महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ, वाराणसी के हिन्दी विभाग में प्रोफेसर एवं हिन्दी साहित्य के प्रतिष्ठित अध्येता, लेखक, समीक्षक, सम्पादक तथा पाठ्यक्रम परिकल्पक के रूप में समादृत।
इग्नू, सी.बी.एस.ई., एन.सी.ई.आर.टी., शिक्षा मंत्रालय, एन.आई.ओ.एस. और यूनिसेफ जैसी संस्थाओं के लिए पाठ्यक्रम विकास, शैक्षिक सामग्री- निर्माण एवं दृश्य-श्रव्य सामग्री विकास के लिए सुविख्यात।
14 महत्वपूर्ण पुस्तकों का लेखन- काव्यशास्त्र एवं साहित्यालोचन, प्रयोजनमूलक हिन्दी, केदारनाथ सिंह और उनका समय, भाषा संज्ञान और समाज, प्रपद्यवाद और नलिनविलोचन शर्मा, महादेवी वर्मा : सृजन और सरोकार, जनसंचार माध्यम और विशेष लेखन, कार्यालयी हिंदी और कम्प्यूटर अनुप्रयोग, हिंदी काव्य, हिंदी गद्य : स्वरूप इतिहास एवं चयनित रचनाएँ।
100 से अधिक शोधपरक एवं वैचारिक आलेख प्रकाशित।
आकाशवाणी एवं दूरदर्शन से अनेक वार्ताएँ प्रसारित।
महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ हिन्दी विभाग के अध्यक्ष, विश्वविद्यालय के कुलानुशासक, यूजीसी नोडल अधिकारी सहित अन्य महत्वपूर्ण प्रशासनिक पदों पर योगदान।
महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ के कार्य परिषद् के सदस्य।
उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा 'रमन अग्रवाल पुरस्कार' और 'शिक्षक सम्मान' से अलंकृत।


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